Letter Writing in Hindi | हिंदी में पत्र लिखने का विधान
In this post you will find letter writing format in along with format of formal letter writing in Hindi, Informal letter writing in Hindi with examples for both.
यहाँ आप में पत्र लेखन की शैली, औपचारिक पत्र लेखन का स्वरुप और उदाहरण, अनौपचारिक पत्र लेखन का स्वरुप और उदाहरण देख सकते हे।
औपचारिक पत्र लेखन का स्वरुप | Format of Formal letter writing in Hindi
औपचारिक पत्र का विवरण | Definition of Formal letter Writing in Hindi: औपचारिक पत्र प्रमुख स्थानों पर अभी भी प्रचलन में है। व्यापार, आधिकारिक पत्राचार, सार्वजनिक प्रतिनिधित्व, बैंकिंग, शिकायतें और अन्य लेनदेन, लोगों के साथ संवहन औपचारिक पत्राचार के माध्यम से किया जाता है।
इसलिए पत्र लेखन की कला और कौशल का होना अनिवार्य है। पत्र को हमेशा सरल और प्रभावी भाषा का प्रयोग करना चाहिए ताकि पत्र प्राप्त करने वाला व्यक्ति पत्र लिखने का उद्देश आसानी से समझ सके।
औपचारिक पत्र लेखन का स्वरुप नीचे उल्लिखित है। | Format of formal letter writing in Hindi is given below:
पत्र लिखनेवालों का पता / From Address |
तारीख / Date |
पत्र जिन्हे लिखा जा रहा हे उनका पता / To Address |
पत्र लिखने का विषय / Subject |
प्रणाम / Wishes |
पत्र का सारांश / Matter or body of the letter |
पत्र समाप्त करना / Closing of letter |
हस्ताक्षर / Signature: पत्र लिखनेवालों का नाम / Sender’s Name, पत्र लिखनेवालों का हस्ताक्षर / Sender’s Signature |
पत्र लिखनेवालों का पता / From Address : यहाँ पत्र लिखनेवालों का पता लिखा जाता हे जिससे जो पत्र स्वीकार करते हे उन्हें उत्तर पत्र लिखने में आसानी होती हे। पत्र भेजने वाले का पता और संपर्क विवरण यहां लिखना हे।
तारीख / Date : पत्र भेजने वालोंके पता के बाद जिस तारीख को पत्र लिखा गया है उसे यहाँ उल्लेख करना चाहिए । इससे यह जानने में मदद करता है कि जिस तारीख को पत्र लिखा गया था।
पत्र प्राप्त करनेवालों का पता / To Address : जिन्हे पत्र लिखा जाता हे उनका पता यहाँ लिखना चाहीये। व्यक्ति का नाम, उनका कार्यभार या संस्था का नाम, फिर ज़िप कोड के साथ पूरा पता यहाँ पर उल्लेख करना चाहीये।
विषय/ Subject : यह पत्र लेखन के लक्ष्य उल्लेख किया जाता है। औपचारिक पत्र का विषय बहुत संक्षिप्त रहना चाहिए और ‘विषय’ शब्द को पहले लिखाना चाहिए। पत्र पढ़ने वाले विषय के आधार पर पत्र का उद्देश्य को आसानी से समझ सकते हैं।
अभिनन्दन / Wishes : यह पत्र प्राप्त करने वालों के लिए एक पारंपरिक अभिवादन उल्लेख किया जाता हे । यदि प्राप्तकर्ता का नाम आपको पता हे तो आप नाम के पहले ‘आदरणीय’ शब्द से प्रारम्भ होता हे। उसके बाद आप श्री/श्रीमती/मिस यह शब्द सन्दर्भ के अनुसार इस्तेमाल कर सकते हे।
अगर आप जिसे पत्र लिख रहे हे उनका नाम आपको पता नहीं हे तो आप ‘आदरणीय सर’ या ‘आदरणीय मैडम’ इन्हे इस्तेमाल कर सकते हे।
पत्र का सारांश / Matter or body of the letter : सारांश किसी भी पत्र का सबसे महत्वपूर्ण पहलू है। पत्र लेखन का मूल उद्देश्य यहाँ समझा जा सकता है। औपचारिक पत्रों में, सारांश को संप्रेषित करने के लिए छोटे और स्पष्ट पैराग्राफों का उपयोग करना चाहिए।
पत्र सारांश को आमतौर पर 3 प्रकारों में विभाजित किया जाता है / Body of the letter is been divided into 3 parts:
शुरू (Introduction): परिचय जो मुख्य विषय को संबोधित करता है।
मध्य भाग (Middle content): कारक और विवरण जो पत्र लेखन के उद्देश्य और पत्र के महत्व को सही ठहराते हैं।
निष्कर्ष (Conclusion): अनुरोध या पत्र के माध्यम से क्या किया जाना अपेक्षित है, इसकी जानकारी।
पत्र का समाप्ति / Closing of Letter : यह ‘आपके वफादार’, ‘आपके ईमानदार’ इन शब्दों का उपयोग करके विनम्र तरीके से पत्र को समाप्त किया जाता हे।
हस्ताक्षर / Signature : यह पत्र का प्रेषक अपने पहले या अंतिम नाम के साथ हस्ताक्षर करने वाला अंतिम भाग है।
औपचारिक पत्र का उदाहरण – 1 / Example of Formal letter writing in Hindi – 1
मान लीजिए कि आप किसी स्कूल में लाइब्रेरियन के रूप में काम करनेवाले एक कार्यकर्त हैं, शाला बच्चों को 500 किताबें भेजने के लिए स्नेहा बुक भंडार को औपचारिक पत्र लिखिए।
सेवाँ में,
वैदेही स्कूल, जयनगर
बैंगलोर – 560001
दिनांक: 15 जून 2021
प्रबंधक
फ्रेंडशिप बुक भंडार, 5वां क्रॉस, एवेन्यू रोड
बैंगलोर – 560002
विषय: शाला बच्चों के लिए 500 किताब भेजने के लिए अनुरोध पत्र।
आदरणीय सर्,
हमारे स्कूल के छात्रों को 500 लेखन पुस्तकों की आवश्यकता है। इसीलिए शीग्र ही पुस्तकों को भेजने के लिए इस पत्र मुखेन में आप से विनंती करता हूँ ।
आपका विश्वासी,
गणेश
(लाइब्रेरियन)
औपचारिक पत्र का उदाहरण – 2 / Formal letter writing example – 2
आप जयनगर कॉलोनी मैसूर के रहने वाले हैं। अपने शहर के मेयर को भारी वर्षा के बाद जलजमाव के साथ-साथ जलजमाव की समस्या के संबंध में पत्र लिखिए।
सेवाँ में,
15, जयनगर
मैसूर
दिनांक: 20 मई 2021
महापौर
मैसूर
विषय: जयनगर कॉलोनी में पानी की समस्या की शिकायत।
आदरणीय सर्,
मैं जयनगर कॉलोनी निवासी कुमार हूं। इस क्षेत्र के निवासियों को पानी के रुकने की वजह से काफी परेशानी हो रही है।
हर साल बरसात के मौसम में बारिश की वजह से हमारा एरिया ज्यादातर पानी से भर जाता है। कई बार एरिया कमेटी से यह समस्या के बारे में दूर देने के बाद भी, परिस्थिति में कोई सुधार नहीं हुवा हे। जलजनित रोगों के फैलने के कारण यहां के निवासियों का जीवन बहुत कठिन हो गया है। सभी घर पानी से भर गए हे और यहाँ के लोग कठिन समय का सामना कर रहे हैं।
इस पत्र के ज़रिये में आप से यह विनंती करता हूँ की कृपया समस्या को गंभीरता से लें और जल्द से जल्द समस्या का समाधान निकालें।
आपका विश्वासी
कुमार
अनौपचारिक पत्र लेखन का स्वरुप | Format of Informal letter writing in Hindi
अनौपचारिक पत्र का विवरण | Definition of Informal letter Writing in Hindi : औपचारिक पत्र परिवार, दोस्तों, रिश्तेदारों या परिचितों को लिखनेवाला पत्र हे। इस तरह के पत्र लिखने के लिए कोई विशेष नियम नहीं है और औपचारिक पत्र के रूप में “विषय” की पंक्ति की आवश्यकता नहीं है। लेकिन औपचारिक पत्र लिखने के समय में अच्छी भाषा का प्रयोग जरूरी है।
अनौपचारिक पत्र लेखन का प्रारूप नीचे दिया गया है। / Format of informal letter writing in Kannada :
पत्र लिखनेवालों का पता / From Address |
तारीख / Date |
अभिनन्दन / Wishes |
पत्र का सारांश / Matter or body of the letter |
हस्ताक्षर / Signature: पत्र लिखनेवालों का नाम / Sender’s Name, पत्र लिखनेवालों का हस्ताक्षर / Sender’s Signature |
पत्र लिखनेवालों का पता / From Address : अनौपचारिक पत्रों में पत्र स्वीकार करनेवालों का पता महत्वपूर्ण होता है। अनौपचारिक पत्र व्यक्तिगत पत्र होते हैं और परिचितों को भेजे जाते हैं।
तारीख / Date : पत्र भेजने वालोंके पता के बाद जिस तारीख को पत्र लिखा गया है उसे यहाँ उल्लेख करना चाहिए । यह इसे जानने में मदद करता है कि जिस तारीख को पत्र लिखा गया था।
अभिनन्दन / Wishes : अनौपचारिक पत्रों में अभिवादन आदरणीय / प्रिय / नमस्ते / अभिवादन हो सकता है जिसके बाद प्राप्तकर्ता का पहला नाम या उपनाम लिखा जाता हे।
पत्र का सारांश / Matter or body of the letter : एक अनौपचारिक पत्र में सारांश में कई पैराग्राफ हो सकते हैं। इसमें भावनाएं, अनुभव, सलाह या कुछ और विषय भी शामिल हो सकता है।
हस्ताक्षर / Signature : पत्र का प्रेषक अपने पहले या अंतिम नाम के साथ हस्ताक्षर करने वाला अंतिम भाग है।
अनौपचारिक पत्र का उदाहरण – 1 / Example of Informal letter writing in Hindi – 1
अपनी परीक्षा की तैयारी के संबंध में अपने पिता को एक अनौपचारिक पत्र लिखें।
# 2, आनंद छात्रावास
2 मैन, 5 वां क्रॉस रोड, जयनगर
बैंगलोर – 560001
दिनांक: 10 मार्च 2021
मेरे प्यारे पिता,
मैं यहां स्वस्थ हूं और आशा करता हूं कि आप वहां स्वस्थ होंगे। मैं इस पत्र के माध्यम से आपको सूचित करना चाहता हूं कि मेरी वार्षिक परीक्षा अगले सप्ताह आयोजित की जाएगी। मैं आपको सूचित करना चाहूंगा कि परीक्षा के लिए अच्छी तरह से तैयारी किया है और परीक्षा का सामना करने के लिए पूरी तरह से तैयार हूँ।
मैं पहले ही दो बार सभी विषयों का पुनरावृत्ति पूरी कर चुका हूं। परीक्षा के लिए एक और सप्ताह बाकी है और मैं आपको यह सूचित करना चाहता हूं कि मैं इस समय का उपयोग फिर से एक बार सारें विषयों का पुनरावर्तित करने में करूंगा। मुझे यह पूरा विश्वास है कि मैं सभी विषय के परीक्षा पूरे आत्मविश्वास के साथ करूंगा।
कृपया माँ और बहन को मेरा अभिवादन बताना न भूलें।
आपका प्रिय बेठा
कुमार
अनौपचारिक पत्र का उदाहरण – 2 / Example of Informal letter writing in Hindi – 2
अपने मित्र को अभिनन्दन करते हुए अनौपचारिक पत्र लिखिए जिसने कक्षा में सर्वाधिक अंक प्राप्त किया हैं और विद्यालय में प्रथम स्थान प्राप्त किया है।
15, जयनगर
रमेश
मैसूर – 570001
दिनांक: 15 जून, 2021
आदरणीय रमेश,
मेरी खुशी की कोई सीमा नहीं थी जब मुझे पता चला कि तुमने परीक्षा में सार्वाधिक अंक प्राप्त करके शाला में प्रथम स्थान पाकर अपने सपने को सच कर दिया।
यह फलितांश साबित करता है कि कड़ी मेहनत, दृढ़ संकल्प और परिश्रम से अच्छे फलितांश मिलता है। मुझे पहले से ही यह उम्मीद थी कि इस बार परीक्षा में तुम्हे अच्छे अंक मिलेंगे। मेरे माता-पिता भी तुम्हारे फलितांश से खुश हैं और तुम्हे हार्दिक बधाई देते हैं।
मैं तुमसे शीग्र ही मुलाकात करने की उम्मीद करता हूं।
प्यार और शुभकामनाओं के साथ।
तुम्हारा प्रिय मित्र
कुमार
Hope above you learnt about formal letter writing in Hindi and it’s format, informal letter writing in Hindi and it’s format along with examples for both.
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